बंगाल के निलाश और समृद्धा बने अंडर 17 राष्ट्रीय विजेता
केरल के अर्नाकुलम में द चेस एसोसिएशन केरला से संबंद्ध फोर क्वीन चेस क्लब के आयोजन में अर्नाकुलम स्थित ओबरोन मॉल में 29 जून से 7 जुलाई तक 30वीं राष्ट्रीय अण्डर-17 ओपेन और बालिका वर्ग की शतरंज प्रतियोगिता का शानदार आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के ओपन वर्ग का खिताब दूसरे सीटेड खिलाड़ी बेस्ट बंगाल के नवागत आईएम निलेश शाह (2315) ने अपने बेहतरीन खेल से अपराजित रहते हुए 11 मैचों में 9.5 शानदार अंक अर्जित का अपने नाम कर लिया। वहीं बालिका वर्ग में विजेता का ताज प्रतियोगिता में चौथी वरियता प्राप्त खिलाड़ी बेस्ट बंगाल की समृद्धा घोष के सिर सजा। समृद्धा ने प्रतियोगिता में 11 मैचों में 8.5 बेहतरीन अंक अर्जित कर अंक आलिका में सबसे उपर काबिज हो गई। ओपेन वर्ग के पहले,दूसरे और तीसरे और बालिका वर्ग में पहले स्थान पर कब्जा जमाकर बेस्ट बंगाल के खिलाड़ियों ने अपने शानदार खेल से पूरी प्रतियोगिता में डंका बजा दिया। प्रतियोगिता के ओपेन वर्ग में जहां 89 खिलाड़ियों ने वहीं गर्ल्स कैटेगरी में 55 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट
अण्डर-17 ओपेन वर्ग में बेस्ट बंगाल के खिलाड़ियों ने अपना परचम लहराते हुए अपने कातिलाना खेल से अपने प्रतिद्धद्धियों को खूब छकाया। ओपेन वर्ग में विजेता बने आईएम निलेश साह शुरुआत से ही अपना बेहतरीन खेल खेलते नजर आए। पहले राउण्ड से लगातर छह राउण्ड में जीत हासिल कर उन्होंने चैम्पियन बनने के लिए मजबूती से अपनी दावेदारी पेश कर दी।
उन्होंने बाद के तीन राउण्ड में अपने विरोधियों को ड्रा और अंतिम दो राउण्ड में दो जीत दर्ज कर 9.5 अंक अर्जित कर प्रतियोगिता के विजेता बन बैठे। इस जीत पर निलेश साहा को चमचमाती ट्राफी और 25 हजार रुपये की पुरस्कार राशि आयोजकों की तरफ से सम्मान स्वरुप मिली। निलेश की बेहरीन जीत आखिरी राउण्ड में गुजरात के आदित्या पी मेलानी के खिलाफ रही।
उपविजेता का खिताब बेस्ट बंगाल अण्डर-25 चैम्पियन और प्रतियोगिता के टॉप सीटेड खिलाड़ी चेस मास्टर टाइटिल होल्डर अरोनयक घोष (2349) को मिला। अरोनयक ने अपना बेहतरीन खेल दिखाया और 11 मैचों में 9 अंक बनाकर अपराजित रहे। अरोनयर को जहां सात मैचों में जीत वहीं चार मैचों में ड्रा से संतोष करना पड़ा। हालांकि परफार्मेश रेटिंग के आधार पर उनकी रेटिंग में 12 अंकों की कमी हो रही है। उन्होंने 18 हजार रुपये की पुरस्कार राशि को प्राप्ता किया।
तीसरे स्थान पर भी बेस्ट बंगाल के खिलाड़ी का दबदबा रहा। यहां के उत्सब चटर्जी (2067) ने सात मैचों में जीत और दो मैचों में ड्रा कर कुल आठ अंक बनाए। हालांकि छठें व सातवें राउण्ड में मिली हार में उनके चैम्पियन बनने के दावेदारी को कमजोर कर दिया। इस जीत पर ट्रॉफी के साथ 15 हजार की पुरस्कार राशि अपने साथ ले गए।
आत्मविश्वास व धैर्य से समृद्धा घोष बनी गर्ल्स चैम्पियन
बालिका वर्ग में प्रतियोगिता के शुरुआती ही राउण्ड में हार से रूबरू होने वाली चौथी वरियता प्राप्त खिलाड़ी बेस्ट बंगाल की समृद्धा घोष (1913) ने बाकी के बचे 10 राउण्ड में अपने आत्मविश्वास, धैर्य और अपने गजब खेल की बदौलत अपना कोई भी मैच नहीं गंवाते हुए शानदार वापसी की और प्रतियोगिता की विजेता बन बैठी। उन्होंने इस जीत से सभी को बता दिया की शतरंज अंतिम क्षणों तक सघर्ष करने वाला खेल है। आत्मविश्वास और धैर्य ही शतरंज खेलने की पहली प्राथमिकता भी है। समृद्धा को खुबसुरत ट्रॉफी के साथ 25 हजार रुपये की राशि सम्मान स्वरूप मिली।
गोवा जीएम ओपेन में अपना दूसरा महिला आईएम का नार्म हालिस करने वाली प्रतियोगिता की टॉप सीटेड महिला फीडे मास्टर उड़ीसा की सलोनिका सैना (2123) ने इस प्रतियोगिता में अपने खेल के मुताबिक बेहरीन प्रदर्शन नहीं कर सकी। हालांकि उन्होंने 11 मैचों में 8 अंक हासिल किया और प्रतियोगित की उपविजेता बनी। वह प्रतियोगिता में अपराजित रही लेकिन परफार्मेश रेटिंग 1849 रहने के कारण वह अपनी वर्तमान रेटिंग में 58 अंक खोती नजर आ रही है। उन्हें शील्ड के साथ 18 हजार रुपये की पुरस्कार राशि भी मिली।
टाइब्रेक के आधार पर तीसरे स्थान पर नौंवी सीटेड आंध्र प्रदेश की बी कल्यानी (1692) ने कब्जा जमाया। कल्यानी ने छह जीत और चार ड्रा के साथ कुल आठ अंक बनाये। उन्होंने अच्छे खेल कौशल से जहां अपने रेटिंग में 41 अकों की बढ़त हालिस की वहीं इस जीत पर उन्हें 15 हजार रुपये की राशि भी मिली।
Final Standings in open
Final Standings in girls