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स्वर्गीय शैलेश नेरलेकर स्मृति ऑनलाइन ब्लिट्ज़ स्पर्धा

by Niklesh Jain - 11/06/2020

कुछ समय पहले भारतीय शतरंज नें एक ऐसे साहसिक व्यक्ति को खोया था जिसकी कमी आज भी खलती है पर उसके बारे मे याद करते ही मन आज भी जोश से भर जाता है उस शख्स का व्यक्तित्व ही कुछ ऐसा था ,मैं बात कर रहा हूँ शैलेश नेरलेकर की , एक और उसकी शारीरिक अक्षमता को कोई सीमा ना थी तो दूसरी और उसके मानसिक बल की भी कोई सीमा नहीं थी । अपने मानसिक बल के कमाल से वह शतरंज का अंतर्राष्ट्रीय फीडे रेटेड खिलाड़ी बना और जब तक जिया खूब शतरंज खेला और सबको खेलने के लिए प्रेरित किया । हिन्दी चेसबेस इंडिया शुरू होने पर सबसे जोशीला संदेश हमें शैलेश नें ही भेजा था क्यूंकी उसे अँग्रेजी पढ़ने मे दिक्कत आती थी । आने वाले 27 जून को हम प्ले चेस पर शैलेश की याद मे एक टूर्नामेंट के गवाह बनेंगे जिसे शैलेश के अच्छे दोस्त रहे विक्टोरियस शतरंज अकादमी के संचालक कपिल लोहाना आयोजित कर रहे है । 31000 रुपेय पुरुष्कार राशि वाले इस टूर्नामेंट मे आप कैसे भाग ले सकते है पढे यह लेख 

विक्टोरियस शतरंज अकादमी स्वर्गीय शैलेश नेरलेकर मेमोरियल ऑनलाइन ब्लिट्ज़ ओपन 2020 टूर्नामेंट का आयोजन प्लेचेस पर करने जा रही है जो की शनिवार 27 जून को ₹ 31000 के कुल पुरस्कार राशि के साथ होगी। ग्रांड मास्टर ,महिला ग्रांड मास्टर ,इंटरनेशनल मास्टर और महिला इंटरनेशनल मास्टर के लिए प्रवेश निःशुल्क है। अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रवेश शुल्क 300 रुपेय है। प्रतियोगिता दुनिया भर के खिलाड़ियों के लिए खुली हुई है । आप अभी अपना नाम दर्ज करा सकते है ।

स्वर्गीय शैलेश नेरलेकर (21.05.1977 - 10.03.2018)

शैलेश का जन्म एक साधारण परिवार में 21मई 1977 को हुआ था । डॉक्टर की गलती से वह एक ऐसी बीमारी का शिकार हुए की धीरे धीरे उनके शरीर के सारे अंग या तो प्रगति नहीं कर रहे थे या उन्होने काम करना बंद कर दिया । 

नन्हें शैलेश अन्य सभी बच्चो की तरह ही सामान्य पैदा हुए थे और उनके अभिभावको नें उनके लिए कई सपने देखे थे 

शुरुआती दौर में वह भी अपने भाई बहिनो के साथ खेला करते थे 

जैसे जैसे उनकी प्रतिभा अपना काम करने लगी उनकी बीमारी नें अभी असर दिखाना शुरू कर दिया 

पर उम्र के साथ शैलेश का हौसला हजार मुश्किलों के बाद भी बेहतर ही हुआ और शतरंज खेल में उन्होने अपने लिए एक मकसद ढूंढ निकाला और इस खेल का ग्रांड मास्टर बनने को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया । 

100 % शारीरिक तौर पर असक्षम शैलेश नें शतरंज में 1600 फीडे रेटिंग भी हासिल की क्या यह उनके लिए सचमुच ग्रांड मास्टर बनने जैसा प्रयास नहीं था ?

खुद सादगी की मिशाल मिसाइल मेन पूर्व राष्ट्रपति और शिक्षक स्वर्गीय डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भी उनसे प्रभावित हुए और उन्हे सम्मानित किया था 

अपने सपनों को पूरा करने के प्रयास में शैलेश नें  जर्मनी के ड्रेसदन में जाकर विश्व दिव्याङ्ग में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया 

अपने परिवार के अपनी ताकत के साथ शैलेश !

उनके सपने पूरा करने में अगर किसी नें अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया तो उनकी माँ श्रीमति सुनीता नेरलीकर भी वर्तमान समय में एक मिशाल है 

स्वर्गीय शैलेश नेरलेकर स्मृति ऑनलाइन ओपन ब्लिट्ज़ स्पर्धा 

The tournament will take place on Playchess server

दिन : शनिवार  27 जून 2020

समय : रात 8.00 बजे 

टाइम : 3 मिनट प्रति खिलाड़ी 

राउंड : 9

कुल पुरुष्कार राशि : ₹31000

स्थान : विश्य आनंद अरेना ,चेसबेस इंडिया रूम ,प्ले चेस सर्वर 

पात्रता :

दुनिया भर के सभी खिलाड़ी ले सकते है भाग 

पुरुष्कार 

मुख्य पुरुष्कार 

1st5000
2nd3000
3rd2000
4th1000
5th700
6th600
7th400
8th400
9th400
10th400

बेस्ट वुमेन 

1st1000
2nd600
3rd400

रेटिंग केटेगरी : 1801 - 2000

1st1000
2nd600
3rd400

रेटिंग केटेगरी : 1601 - 1800

1st1000
2nd600
3rd400

रेटिंग केटेगरी : 1000 - 1600

1st1000
2nd600
3rd400

बेस्ट अनरेटेड 

1st1000
2nd600
3rd400

बेस्ट वीसीए खिलाड़ी 

1st1000
2nd800
3rd700
4th600
5th400

लकी पुरुष्कार 

20th400
30th400
40th400
50th400
60th400
70th400
80th400
90th400
100th400

बिना क्लासिकल शतरंज रेटिंग के खिलाड़ी अनरेटेड ही गिने जाएँगे 

एंट्री :

प्रवेश शुल्क  ₹30026 जून रात 8  बजे तक ही भाग ले सकते है 

और जानकारी के लिए हमारा मुख्य लेख अँग्रेजी मे पढे 

 

शैलेश के अच्छे दोस्त रहे विक्टोरियस शतरंज अकादमी के संचालक कपिल लोहाना आयोजित कर रहे है


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